कभी सोचा है अनजान व्यक्ति से बात कैसे start करें? party में, bus stop पर, या Collage में नए लोगो के सामने हमारा मन घबराने लगता है, बात नहीं हो पाती है बहुत अजीब लगता है दूसरे क्या सोचेंगे या कैसा लगेगा ये सब ख्याल आने लगता है।
लेकिन क्या होगा अगर में आपको बताऊ की बात शुरू करना उतना ही आसान होता है जितना की चाय बनाना?
मैंने अपनी जीवन में कई किताबें पढ़ीं है, अपने कॉलेज का सबसे ज़्यादा Famous student रहा हू, इसके बारे में हर चीज़ बारीकी से अनुभवों के साथ सीखा हू तो आज आपके लिए सरल और मजेदार तरीके लाया हूं जो आपको help करेंगे दूसरो से Easily बात start करने में तो चलो सुरु करते है।
बात शुरू करना क्यों जरूरी है
जीवन में रिश्ते बनते हैं बातों से। चाहे Business हो, नौकरी हो, या प्यार चुप रहेंगे तो मौके चले जाएंगे। मुझे याद है, कॉलेज का पहला दिन मैं कोने में खड़ा था किसी से बात नहीं की बाद में पछताया था फिर मैंने सीखा और try किया अब अनजान लोगों से भी हंसकर बात करता हूं। आप भी कर सकते हैं। बस थोड़ी हिम्मत और प्रैक्टिस चाहिए।
1. मुस्कुराहट से शुरू करें
सबसे आसान तरीका है हल्की सी smile से जो genuine लगे साथ ही चेहरा खुला रखें लोग खुश चेहरों की ओर खिंचे चले आते हैं। Dale Carnogy कहते हैं कि मुस्कान जादू है आंखों में देखें, पर घूरें नहीं बस हल्का सा संपर्क फिर नमस्ते या हैलो कहें सामने वाला ख़ुद जवाब देगा मैंने एक बार ट्रेन में ट्राई किया था मुस्कुराया, नमस्ते कहा। बात शुरू हो गई।
नाम पूछें और याद रखें
लोगों को अपना नाम सुनना बहुत पसंद है बात शुरू करते समय नाम पूछें। जैसे, “आपका नाम क्या है?” फिर उसका नाम बात में इस्तेमाल करें जैसे वाह, रोहन, तुम्हारी जैकेट तो कमाल की है! ” किताब में लिखा है, नाम सबसे मीठा शब्द है। ये छोटा सा तरीका बड़ा असर करता है।
2. आसपास की चीजों से बात शुरू करें
बात शुरू करने का सबसे आसान तरीका है आसपास की चीजें। पार्टी में खाना, मौसम, या जगह। उदाहरण के लिए, ये समोसे तो लाजवाब हैं, तुमने ट्राई किए? लोग जवाब देते हैं। फिर बात बढ़ती है। मैंने बस स्टॉप पर किसी से कहा, लगता है बारिश होगी, क्या कहते हो? उसने जवाब दिया और हम आधा घंटा बात करते रहे। यह तरीका बहुत सरल और असरदार है।
तारीफ करें, पर सच्चीलोग तारीफ पसंद करते हैं लेकिन सच्ची जैसे, तुम्हारी शर्ट बहुत अच्छी है, कहां से ली? झूठी तारीफ ना करें, वरना बनावटी लगेगा। हाउ टू स्टार्ट ए कन्वर्सेशन किताब में लिखा है, तारीफ से बात का दरवाजा खुलता है। मैंने एक बार सहकर्मी से कहा तुम्हारा प्रेजेंटेशन कमाल था!” उसने मुस्कुराकर जवाब दिया, और दोस्ती शुरू हुई।
3. सवाल पूछें, पर सही वाले
सवाल पूछना बात बढ़ाने का शानदार तरीका है। लेकिन ऐसे सवाल जो हां-ना में खत्म न हों। जैसे, क्या करते हो? की जगह पूछें, तुम्हारे काम में सबसे मजेदार क्या है? लोग बताने लगते हैं। आप बस सुनें। कार्नेगी कहते हैं, अच्छा श्रोता बनें, लोग खुद बात करेंगे। मैंने एक बार पार्टी में पूछा, तुमने आखिरी बार कौन सी फिल्म देखी? उसने पूरी कहानी सुनाई। मैंने सिर्फ सुना, और हमारी बात होते होते हम दोस्त बन गए।
सुनने की कला
बात शुरू करना ही काफी नहीं। सुनना भी जरूरी है। जब लोग बोलें, ध्यान दें। सिर हिलाएं। बीच में हल्का सा “हां” या “वाह” कहें। लोग महसूस करते हैं कि आपकी रुचि है। सुनने से कनेक्शन बनता है क्योकि लोगो को आप अंदर तक समझने लगते है और क्या जरूरी है सब बातो से दिखने लगता है।
शर्मीलापन दूर कैसे करें?
अगर आप शर्मीले हैं, तो छोटे कदम लें। पहले घर पर प्रैक्टिस करें। आईने में खुद से बात करें। फिर दोस्तों से। फिर अनजान लोगों से। इंटरनेट पर लोग कहते हैं, रोज थोड़ी प्रैक्टिस से डर खत्म होता है। मैंने ऐसा किया। पहले घबराता था। अब आसानी से बात करता हूं। आप भी कर सकते हैं।
4. कॉमन इंटरेस्ट ढूंढें
लोगों से कनेक्ट करने का आसान तरीका है कॉमन इंटरेस्ट। जैसे फिल्में, खेल, या किताबें। पूछें, क्या तुम्हें क्रिकेट पसंद है? या कोई अच्छी फिल्म देखी? किताबो में लिखा है, कॉमन ग्राउंड से दोस्ती शुरू होती है। मैंने एक बार Cricket मैच में किसी से कहा, RCB आज विराट कोहली की वजह से जीतेगी, क्या कहते हो? किस्मत से दोनों RCB fan फिर घंटों बात हुई।
ऑनलाइन भी ट्राई करें
सोशल मीडिया पर भी यही तरीके काम करते हैं। किसी के पोस्ट पर कमेंट करें। जैसे, कमाल का फोटो, कहां लिया? लोग जवाब देते हैं। लेकिन धीरे से। ज्यादा जल्दी मत करें।
5. गलती हो तो हंसें
कभी गलत बोल दिया? कोई बात नहीं। हंसकर निकलें। अगली बार बेहतर करें किताबों में लिखा है, गलतियों से सीखें मैंने एक बार पार्टी में गलत नाम लिया सब हंसे मैं भी हंसा फिर बात बढ़ी डरने की जरूरत बिलकुल नहीं है।
अलग-अलग जगहों पर बात शुरू करेंकार्यस्थल पर
ऑफिस में काम से शुरू करें प्रोजेक्ट कैसा चल रहा है? फिर पर्सनल वीकेंड में क्या किया? न्यूज18 में पढ़ा हल्की बात से रिश्ते बनते हैं।
स्कूल या कॉलेज में
क्लासमेट से नोट्स मांगें या असाइनमेंट पर बात करें, ये टॉपिक समझ आया? बस, दोस्ती शुरू मैंने कॉलेज में ग्रुप बनाया था वो आज भी दोस्त हैं।
अनजान लोगों से
ट्रेन में, बस में। कोई किताब पढ़ रहा हो, पूछें, कैसी है ये किताब? लेकिन बॉडी लैंग्वेज देखें अगर व्यस्त लगें तो मत बोलें। रिस्पेक्ट दें।
अंत में
ये तरीके रोज ट्राई करें। एक दिन में सब नहीं आएगा। धीरे-धीरे मुस्कुराएं, सवाल पूछें, सुनें, कॉमन इंटरेस्ट ढूंढें गलती हो तो हंसें जीवन बदल जाएगा ज्यादा दोस्त, ज्यादा खुशी, कमेंट में बताएं, आपका पसंदीदा तरीका क्या है। धन्यवाद पढ़ने के लिए। अब जाओ, और किसी से बात शुरू करो।